Tuesday, October 25, 2016

गम में हूँ या हूँ शाद मुझे खुद पता नहीं

" गम में हूँ या हूँ शाद मुझे खुद पता नहीं
           खुद को भी हूँ में याद मुझे खुद पता नहीं

 

में तुझे चाहता हूँ पर मांगता नहीं

         मौला मेरी मुराद मुझे खुद पता नहीं...."








Saturday, October 15, 2016

सूरज भी निकल आया और रात बह गयी

"सूरज भी निकल आया और रात बह गयी,


जो बात उनसे कहनी थी वह बात रह गयी....!"

Thursday, October 6, 2016

मोहब्बत के कायदे भी अजीब हैं


ना समझा किसी ने, ना जाना किसी ने,

        ना हमने बताया, ना माना किसी ने ,

               मोहब्बत के कायदे भी अजीब हैं ,

                        ना खोया किसी ने ना पाया किसी ने!